प्रेरणादीप
आ चार्य प्रफुल्लचन्द्र राय से किसी ने पूछा- आपके जीवन के सबसे व्यस्त दिन कौन से रहे हैं? आचार्य राय ने उत्तर दिया - 'आलसी और अव्यवस्थित लोगों को आवश्यक कार्यों के लिए तो क्या, नित्य प्रति के कामों के लिए भी समय नहीं मिलता, किन्तु व्यस्त व्यक्ति को कभी समय का अभाव नहीं होता। वास्तव में मेरे जीवन के सबसे व्यस्त दिन साठ वर्ष पार कर लेने के बाद के हैं। इस अवधि में मैंने प्रदर्शनियों के उद्घाटन, राष्ट्रीय संस्थाओं के काम और स्वदेशी प्रचार-प्रसार के सिलसिले में, देश में, कोई दो लाख मील की यात्रा की है। दो बार यूरोप भी गया हूं। इसके बावजूद मैंने अपने वैज्ञानिक शोध कार्य में कभी बाधा नहीं पडऩे दी। अपनी छुट्टियां काटकर शोध कार्य करता हूं।