उज्जैन. शहर में झिंझर (स्प्रीट से तैयार जहरीली शराब) के सेवन से 24 घंटे में 12 लोगों की मौत हो गई। छत्री चौक पर बुधवार सुबह दो मजदूरों के शव मिले। इसके बाद देर शाम तक संदिग्ध मौत का आंकड़ा 7 तक पहुंचा, जो गुरूवार सुबह तक 11 हो गया। कई लोगों की तबियत बिगडऩे पर अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यह सभी मजूदर वर्ग के लोग है। इतनी संख्या में मौत के चलते भोपाल तक हडक़ंप मच गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले की एसआईटी जांच के निर्देश दिए। इसके बाद गृह विभाग ने जांच दल का गठन किया। इसमें अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह विभाग डॉ. राजेश राजोरा, एसके झा अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक व सुशांत सक्सेना उप पुलिस महानिरीक्षक रतलाम शामिल है। इधर, जिला प्रशासन ने ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू की। दवा बाजार की एक दुकान को सील किया। आरोप है कि वहां अधिक मात्रा में स्प्रीट था। पुलिस प्रशासन ने खाराकुआ टीआई सहित दो आरक्षक को निलंबित कर दिया गया। पुलिस ने चार लोगों पर गैर इरादतन हत्या का प्रकरण दर्ज किया है। इन मे से एक को गिरफ्तार कर लिया है।
समग्र पहलुओं की होगी जांच
घटना की जांच के लिए गठित दल गुरूवार देर रात ही उज्जैन पहुंच गया। शुक्रवार को दल दिनभर शहर में घटना स्थलों का भ्रमण करेगा। टीम संदिग्ध मौत के कारण, शहर में चल रहे झिंझर के अवैध कारोबार सहित अन्य समस्त पहलुओं पर जांच कर इतनी बड़ी घटना की जांच करेगी।
पुलिस ने की धरपकड़
अवैध शराब व झिंझर बेचने वालों के खिलाफ पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की। पुलिस नेएक दिन में करीब आधा सैकड़ा से ज्यादा प्रकरण दर्ज किए। साथ ही एक सैकड़ा से ज्यादा लोगों की धरपकड़ की है
सांसद ने जाना मरीजों का हालचाल
घटना की जानकारी मिलते ही उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया जिला अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में कई मजदूर भर्ती है। जिन्होंने जहरीली शराब का सेवन किया था। सांसद ने इन लोगों स्वास्थ्य की जानकारी ली। इधर, स्वास्थ्य विभाग की टीम छत्री चौक के आसपास व अन्य क्षेत्रों के मजदूरों के स्वास्थ्य का परीक्षण भी करने निकली। ऐसे लोग जो इस तरह के नशे कर रहे है। सभी का परीक्षण किया जा रहा है। ताकि अन्य लोगों को मौत से बचाया जा सकें।